Bhadrawati's Historic Lendala Lake | भद्रावती के ऐतिहासिक लेंडाला तालाब को मिले 17 करोड़ की सौगात, कांग्रेस-भाजपा में श्रेय की सियासी जंग!
चंद्रपुर Tak
The historic Lendala Lake in Bhadrawati has received a ₹17 crore development grant, triggering a political credit battle between Congress MP Pratibha Dhanorkar and BJP MLA Karan Devatale. Know the latest updates on the controversy.
भद्रावती शहर के उपेक्षित और ऐतिहासिक लेंडाला तालाब के दिन बहुरने वाले हैं। केंद्र सरकार की ‘अमृत 2.0’ योजना के अंतर्गत इस तालाब के पुनरुद्धार के लिए 17 करोड़ रुपये की निधि स्वीकृत की गई है। जहां एक ओर यह घोषणा भद्रावती के नागरिकों के लिए उत्साह का कारण बनी है, वहीं दूसरी ओर इस पर श्रेय लेने की सियासत भी ज़ोर पकड़ चुकी है। कांग्रेस सांसद प्रतिभा धानोरकर और भाजपा विधायक करण देवतले आमने-सामने हैं और दोनों ने इस परियोजना को अपने प्रयासों का फल बताया है।
सांसद प्रतिभा धानोरकर का दावा: हमारी मेहनत रंग लाई
कांग्रेस सांसद प्रतिभा धानोरकर ने कहा कि यह निधि उनके और उनके दिवंगत पति, पूर्व सांसद बाळू धानोरकर के निरंतर प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2023 में राज्य स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक में इस परियोजना को मंजूरी मिली थी और उस समय वह स्वयं विधायक थीं।
“2019-20 में मैंने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था और तब से लेकर सांसद बनने तक मैंने नगर परिषद के प्रस्तावों को मंत्रालय में मजबूती से उठाया। इस परियोजना को मंजूरी दिलाने के लिए मैंने लगातार फॉलोअप किया,” — प्रतिभा धानोरकर
धानोरकर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग महज राजनीतिक प्रसिद्धि के लिए श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि असल में यह प्रयास भद्रावती की जनता की सामूहिक आकांक्षा और सतत संघर्ष का नतीजा है।
भाजपा विधायक करण देवतले का पलटवार: यह हमारी राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत
दूसरी ओर, भाजपा विधायक करण देवतळे ने दावा किया कि यह निधि उनके निरंतर पत्राचार, बैठकों और केंद्र सरकार से तालमेल का नतीजा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ सौंदर्यीकरण तक सीमित न रहते हुए लेंडाला तालाब को एक पर्यटन और पारिस्थितिकी केंद्र के रूप में विकसित करने की दृष्टि से काम किया।
“मैंने केंद्र के शहरी विकास मंत्रालय के साथ लगातार संवाद किया। प्रस्तावों में तालाब के ऐतिहासिक, पर्यावरणीय और सामाजिक पहलुओं को विशेष रूप से प्रस्तुत किया गया। यह परियोजना रोजगार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।” — करण देवतळे
क्या होगा इस योजना में?
इस पुनरुद्धार योजना में तालाब की गहराई बढ़ाने, गाद हटाने, किनारों की मजबूती, सुंदरता में इज़ाफा, वॉकिंग ट्रैक, लाइटिंग, बैठने की व्यवस्था, बच्चों के खेलने की जगह और हरा-भरा परिसर विकसित करने का प्रावधान है। इसके जरिए न केवल भद्रावती को एक सुंदर पर्यटन स्थल मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोज़गार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
जनता का मुद्दा, नेताओं की लड़ाई
यह स्पष्ट है कि भद्रावती की जनता ने लेंडाला तालाब के पुनरुद्धार का सपना देखा था। लेकिन जब वह सपना साकार होने की ओर बढ़ा, तो सियासी संग्राम शुरू हो गया। दोनों पक्षों के दावे अपने-अपने स्थान पर मजबूत प्रतीत होते हैं, परंतु यह भी उतना ही स्पष्ट है कि यह लड़ाई अब जनहित से हटकर राजनीतिक प्रतिष्ठा की होड़ बन गई है।
जनता को मिले वास्तविक लाभ, यही हो प्राथमिकता
लेंडाला तालाब परियोजना भद्रावती के लिए एक ऐतिहासिक और बहुप्रतीक्षित पहल है। राजनीतिक श्रेय की लड़ाई चाहे जैसी भी हो, ज़रूरी यह है कि यह प्रोजेक्ट समय पर, पारदर्शी तरीके से और गुणवत्ता के साथ पूरा हो। ताकि भद्रावती की जनता को उसका वास्तविक लाभ मिल सके — क्योंकि अंततः विकास का असली हकदार वही होता है जिसने सालों तक उसकी उम्मीदें संजोई होती हैं।