Through the compassionate efforts of MLA Kishore Jorgewar, 11 critically ill children have received a second chance at life. His initiative offers vital heart treatment support, bringing renewed hope to families and the community.

मुंबई में 11 बच्चों को निशुल्क दिल की सर्जरी के लिए भेजा गया: विधायक किशोर जोरगेवार की सामाजिक पहल से नई उम्मीदें
— एक मानवतावादी अभियान से 40 लाख रुपये की मुफ्त सर्जरी का प्रबंध, दर्जनों परिवारों को राहत

चंद्रपुर जिले के जरूरतमंद और गंभीर हृदयरोग से पीड़ित 11 बच्चों को मुफ्त सर्जरी के लिए मुंबई रवाना किया गया है। यह मानवीय पहल विधायक किशोर जोरगेवार के सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत की गई है, जो आज़ की राजनीति में एक सकारात्मक उदाहरण पेश कर रही है।

यह पहल हाल ही में चंद्रपुर में आयोजित एक विशेष आरोग्य शिबिर (स्वास्थ्य शिविर) के दौरान शुरू की गई, जो ज्यूपिटर हॉस्पिटल, मुंबई और जिल्हा सामान्य रुग्णालय (जिला सामान्य अस्पताल) की संयुक्त साझेदारी में आयोजित हुआ था। शिविर में सैकड़ों रोगियों की जांच की गई, जिनमें से गंभीर रूप से बीमार 11 बच्चों का चयन सर्जरी के पहले चरण के लिए किया गया।

मुंबई रवाना और पूरी व्यवस्था विधायक के ज़िम्मे

इन बच्चों को उनके परिजनों के साथ आज सुबह 9:30 बजे रेलमार्ग से मुंबई भेजा गया, जहां ज्यूपिटर हॉस्पिटल में उनकी हृदय संबंधी जटिल सर्जरी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक मरीज पर औसतन 2 से 4 लाख रुपये तक का खर्च अनुमानित है। सभी 11 सर्जरी का लगभग 40 लाख रुपये का संपूर्ण खर्च विधायक जोरगेवार द्वारा वहन किया जा रहा है।

सिर्फ इलाज ही नहीं, बल्कि बच्चों और उनके साथ आए दो परिजनों के मुंबई में ठहरने और आने-जाने की पूरी व्यवस्था भी विधायक के द्वारा की गई है। इस संपूर्ण पहल से प्रभावित होकर मरीजों के परिवारों ने विधायक को "माय का साया" बताते हुए गहरे आभार के साथ अपनी भावनाएं साझा कीं।

सामाजिक दायित्व का आदर्श उदाहरण

इस अभियान में जिन बच्चों को भेजा गया है उनके नाम हैं: विनोद बुरांडे, प्रविण वाभितकर, रिया सराटे, प्रांजली जिवतोडे, रोहिनी मोहुर्ले, यश वय्यातकर, प्रविन वासेकर, प्रज्ञा नागोसे, नीलिमा शेंडे और रिद्धी बत्तुलवार।

विधायक ने क्या कहा?

विधायक किशोर जोरगेवार ने कहा, "समाज के वंचित और जरूरतमंद लोगों को गुणवत्तापूर्ण उपचार मिलना मेरा कर्तव्य है। इन बच्चों की सर्जरी से उनके चेहरे पर जो मुस्कान आएगी, वही हमारी सबसे बड़ी सफलता है। हम हर संभव मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ चिकित्सा सहायता देना नहीं है, बल्कि इन परिवारों में नई आशाएं और जीवन की संभावनाएं भी जगाना है।

आगे क्या?

इस पहल को चरणबद्ध रूप में आगे भी बढ़ाया जाएगा, जिसमें अन्य जरूरतमंद मरीजों को भी मुंबई भेजकर उच्चस्तरीय उपचार प्रदान किया जाएगा। चंद्रपुर जैसे जिले से देश के प्रमुख शहर में उपचार की व्यवस्था कराना, निस्संदेह एक बड़ी सामाजिक उपलब्धि है।

आज जहां चिकित्सा खर्च आम जनमानस के लिए एक बड़ा बोझ बन चुका है, वहीं विधायक किशोर जोरगेवार जैसे जनप्रतिनिधियों की ऐसी पहलें सामाजिक राजनीति का मानवीय चेहरा उजागर करती हैं। यह सिर्फ स्वास्थ्य सहायता नहीं, बल्कि भरोसे और उम्मीद की भी मिसाल है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव की नींव रखती है।