>> 8 दिनों बाद भी गायब ट्रैक्टर को खोज पाने में राजस्व विभाग नाकाम

>> न आरटीओ की जांच रिपोर्ट पहुंची, न दोषियों के खिलाफ दर्ज हुआ अपराध

@मनोज कुमार कनकम

घुग्घुस (चंद्रपुर) : गत 22 दिसंबर को चंद्रपुर पोस्ट ने घुग्घुस पटवारी कार्यालय से बीते दिनों गायब हुए ट्रैक्टर के मामले को उजागर किया था। इसके बाद गायब ट्रैक्टर के नंबर को दूसरे ही ट्रैक्टर पर लिखकर नीलाम करने की राजस्व विभाग की मंशा को भी उजागर किया गया था। जिसके बाद चंद्रपुर तहसील प्रशासन ने घुग्घुस पटवारी कार्यालय की धांधलीपूर्ण कार्यप्रणाली पर लगाम कसते हुए आज बुधवार, 29 दिसंबर को घुग्घुस में नीलाम होने वाले 7 में से उस ट्रैक्टर को मुक्त कर अन्य वाहनों की नीलामी की। हैरत की बात है कि बीते 22 दिसंबर को उजागर हुए इस घोटाले में राजस्व विभाग की ओर से गत 8 दिनों में संबंधित दोषियों के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया जा सका है। इसके चलते चंद्रपुर तहसील कार्यालय की कार्यप्रणाली पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।

कब आयेगी RTO की जांच रिपोर्ट

घुग्घुस निवासी सलीम सिद्दीकी से जब्त ट्रैक्टर घुग्घुस के ही पटवारी कार्यालय से बीते दिनों गायब हुआ था। लेकिन नीलामी विज्ञापन में सिद्दीकी के ट्रैक्टर का नंबर लिखा होने और पटवारी कार्यालय में वह वाहन दिखाई नहीं देने के कारण इस घोटाले का भंडाफोड हो गया। पटवारी कार्यालय अपनी इज्जत बचाने और होने वाली संभावित कार्रवाई को रोकने के लिये आनन-फानन में घुग्घुस निवासी आनद मिश्रा के जब्त ट्रैक्टर पर सलीम सिद्दीकी के ट्रैक्टर का नंबर लिखकर एक नया फर्जीवाड़ा कर दिया। जब यह मामला तूल पकड़ा तो चंद्रपुर तहसील प्रशासन की ओर से ट्रैक्टर की जांच करने के लिये आरटीओ कार्यालय को सूचना पत्र भेजा गया। परंतु इस जांच की रिपोर्ट अब तक चंद्रपुर तहसील प्रशासन को प्राप्त नहीं हो पायी है। इस बीच 29 दिसंबर को घुग्घुस पटवारी कार्यालय में नीलाम होने वाले 7 वाहनों में से 6 ही वाहन नीलाम हो पाये। उस विवादित वाहन को नीलामी से मुक्त रखा गया।


क्या था पूरा मामला ?

ज्ञात हो कि बीते 22 दिसंबर की दोपहर में एक बिना नंबर प्लेट वाले ट्रैक्टर को आनन-फानन में नई नंबर प्लेट काले पेंट से लिख दिया गया था। इस नीलामी में ट्रैक्टर नंबर MH 34 L 8718 को भी नीलाम होना था, यह ट्रैक्टर घुग्घुस निवासी सलीम सिद्दीकी के नाम दर्ज है। यही वाहन घुग्घुस तलाठी कार्यालय से गायब भी है। इसी MH 34 L 8718 सेम नंबर का ट्रैक्टर कोरपना तहसील कार्यालय में भी जब्त है। कार्रवाई से बचने के लिये किसी कर्मचारी ने जिस बिना नंबर प्लेट वाले ट्रैक्टर पर MH 34 L 8718 नंबर लिखा, वह वाहन घुग्घुस निवासी आनंद मिश्रा का MH 34 L 5963 क्रमांक का वाहन है। 24 दिसंबर को नायब तहसीलदार सचिन खंडाले ने आरटीओ विभाग को एक पत्र देकर दोनों वाहनों और उनके चेचिस नंबर की गहनता से जांच करने की सूचना दी थी। 27 दिसंबर को आरटीओ प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों के दल ने घुग्घुस पटवारी कार्यालय पहुंचकर सभी वाहनों की जांच की। लेकिन आरटीओ की जांच रिपोर्ट तहसील प्रशासन को अब तक प्राप्त नहीं हुई है।

RTO की जांच रिपोर्ट से तय होगा अपराध

RTO की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही गायब ट्रैक्टर के मामले में दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गायब वाहन के समय कार्यरत तत्कालीन पटवारी व मंडल अधिकारी के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज होने के संकेत नायब तहसीलदार सचिन खंडाले दे चुके हैं। घुग्घुस पटवारी कार्यालय में आनंद मिश्रा के वाहन पर सिद्दीकी के वाहन का नंबर लिखने का अपराध भी संगीन माना जा रहा है। इसकी जांच भी राजस्व विभाग द्वारा की जाएगी। जब्त ट्रैक्टर के समय पटवारी के रूप में कार्यरत रहे दिलीप पिल्लई इस पूरे मामले में संदिग्ध नजर आ रहे हैं। वर्तमान मंडल अधिकारी किशोर नवले पर गायब ट्रैक्टर के मामले में अपराध दर्ज हो सकता है। मिश्रा के ट्रैक्टर पर सिद्दीकी के ट्रैक्टर का नंबर लिखने के मामले में भी संबंधित आरोपी की खोज कर कार्रवाई हो सकती है।